यूपी में बीते 24 घंटे में कोरोना के 2588 नये केस, रिकवरी रेट 94.04 प्रतिशत

लखनऊ: प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,75,128 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 1,79,85,811 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि नवम्बर माह में पाॅजीटिविटी रेट 1.6 प्रतिशत है। सबसे अधिक पाॅजीटिविटी रेट वाले जनपद गौतमबुद्ध नगर, मेरठ, गाजियाबाद, लखनऊ तथा वाराणसी हैं तथा नवम्बर माह में ही सबसे कम पाॅजीटिविटी रेट वाले जनपद आंबेडकरनगर, हाथरस, बलरामपुर, कानपुर देहात तथा श्रावस्ती हैं।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 2588 नये मामले आये हैं। प्रदेश में 23,806 कोरोना के एक्टिव मामले हैं। होम आइसोलेशन में 10,902 लोग हैं। उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में 2356 लोग ईलाज करा रहे हैं, इसके अतिरिक्त बाकी मरीज एल-1, एल-2 तथा एल-3 के सरकारी अस्पतालों मंे अपना ईलाज करा रहे हंै। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक कुल 4,95,415 लोग कोविड-19 से ठीक होकर पूर्ण उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 3,00,658 लोगों ने होम आइसोलेशन का विकल्प लिया है जिनमें से 2,89,756 व्यक्ति होम आइसोलेशन की अवधि पूर्ण कर उपचारित होकर अपने घर जा चुके हैं। प्रदेश में कोविड-19 रिकवरी रेट 94.04 प्रतिशत हो गया है।

प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,61,396 क्षेत्रों में 4,60,990 टीम दिवस के माध्यम से 2,91,71,612 घरों के 14,27,89,340 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि कल ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से 2719 लोगों ने चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त किया। अब तक ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से 2,24,357 लोगों ने घर पर रहकर ही चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त किया।

प्रसाद ने बताया कि उत्तर प्रदेश में एक विशेष सुविधा द्वारा घर बैठे ही कोरोना जांच की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि डीजीएमपीयूपी की वेबसाइट पर अपना परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर ओटीपी आने पर ओटीपी डालने पर कोरोना टेस्टिंग का परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जांच और दवाओं की पूरी चिकित्सा व्यवस्था निःशुल्क है। अपने संक्रमण को छिपाए नहीं लक्षण दिखने पर तत्काल जांच कराएं। प्रदेश के सभी जिला चिकित्सालयों में पोस्ट कोविड केयर की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि बचाव से ही कोविड-19 की सेकेन्ड वेव से बच सकते हैं। उन्होंने कहा कि विशेषकर बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं तथा बीमार व्यक्तियों को संक्रमण से दूर रखकर कोविड-19 की सेकेन्ड वेव से बचाया जा सकता है।

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