शिक्षक की उपयोग्यता के बारे में संस्कारशाला कार्यक्रम में बताया जायेगा 

नोएडा: भगवती डिवाइन फेडरेशन के तत्वाधान में आचार्या साक्षी कसाना द्वारा आनलाईन दस सप्ताह की संस्कारशाला का आयोजन किया जा रहा है जिसकी शुरुआत शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर की गई है। पहला संस्कार “शिक्षक का महत्व” इसके बारे में बच्चों के साथ बात की गई और बच्चों के जीवन में शिक्षक का क्या महत्व है इस पर बच्चों के साथ चर्चा की गई।

टीचर्स डे पर मुख्य अतिथि के रुप में फाऊंडेशन स्टैप स्कूल की संस्थापिका सुनीता खटाना और सीनियर शिक्षिका निर्मल डेढ़ा मौजूद रही।इस संस्कारशाला में मुख्य सहयोगी के रूप में बहन कृष्णा खटाना शास्त्री जी अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। हमने बच्चों को बताया की प्रथम शिक्षक माता पिता ही होते हैं और प्रथम पाठशाला बच्चे का परिवार होता है उसके बाद जीवन में हम जिस किसी से भी कुछ ज्ञान प्राप्त करते हैं।वही हमारे शिक्षक के रूप में होते हैं।आज बच्चों को बताया कि स्कूल में हमें अपने टीचरों का सम्मान करना चाहिए उनकी कही बातों को जीवन में धारण करके ही हम जीवन की सफलताओं को पा सकेंगे।आज के समय में शिक्षकों का सम्मान करना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि एक शिक्षक ही बच्चों को सही गलत की पहचान कराते हैं और जीवन के क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।
वास्तु कंसलटेंट फैमिली काउंसलर
एवं समाज सेविका आचार्या साक्षी कसाना ने बताया कि संस्कारों से संस्कृति की ओर…बालकों के भीतर सामर्थ्य का असीम भण्डार छुपा हुआ है।जिसे प्रकट करने के लिए जरूरी है बस हमें अपने बच्चों में उत्तम संस्कारों का सिंचन करना है,और उत्तम चारित्रिक शिक्षा एवं भारतीय संस्कृति के गौरव का परिचय करवाने की आवश्यकता है।

Facebook Comments