कांग्रेस और राजद के सामने अस्तित्व का संकट: मंगल पांडेय

पटना:  बिहार के स्वास्थ्य, पथ निर्माण सह कला- संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री मंगल पांडेय ने  कहा है कि बिहार में विपक्षी दलों की स्थिति खाली डिब्बे की तरह हो गई है, जो देखने- दिखाने के लिए राजनीतिक दल हैं। लेकिन, इनके अंदर कुछ भी नहीं है। न कोई विचारधारा,  न नीति, न नेता और न ही कार्यकर्ता। ऐसे दल बिहार की सियासत में लंबे समय तक नहीं चल सकते। कांग्रेस और राजद में भगदड़ और तेज होने वाली है। बिहार में इनके अस्तित्व पर भी खतरा है।
पांडेय ने विपक्षी दलों की गतिविधियों पर तंज कसते हुए कहा कि ‘हाथ’ की बैठक अब ‘हाथापाई’ के लिए मशहूर हो गई है। ‘भक्त’ के ‘चरण’ जहां-जहां पड़ते हैं, वहां असंतोष फूट पड़ता है। पहले पटना में हुआ और रविवार को गोपालगंज में। गोपालगंज में कांग्रेस की ‘समीक्षा बैठक’, ‘समझौता बैठक’ में बदल गई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश करते रहे, जबकि कार्यकर्ता उनकी कोई बात सुनने को तैयार नहीं थे।

पांडेय कहा कि असल में राजद और कांग्रेस में परिवारवाद और चापलूसी तंत्र इतना हावी हो गया है कि कर्मठ और ईमानदार कार्यकर्ताओं को वहां रह पाना मुश्किल है। इन दलों के नेता-कार्यकर्ता दूसरे दलों में शिफ्ट होने का मन बना चुके हैं। आगे-आगे देखिए होता है क्या।

Facebook Comments