भाजपा के खिलाफ एकजुट हुआ संत समाज: स्वामी योगेश्वर राधे श्याम

जौनपुर: विधानसभा चुनावों से पहले संत समाज ने एकजुट होकर भाजपा का विरोध करना शुरु कर दिया है।इसकी शुरुवात प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से हुयी है।संतो का आरोप है कि भाजपा ने सनातन धर्म के साथ खिलवाड़ करके संतों का अपमान किया है।वाराणसी संसदीय क्षेत्र के जौनपुर मछली शहर में आयोजित एक कार्यक्रम में एकजुट हुये संतों एक स्वर में भाजपा का बहिष्कार करने का निर्णय लिया।कार्यक्रम के दौरान योगी अखाड़ा प्रमुख व पीस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव स्वामी योगेश्वर राधे श्याम ने संतों को संबोधित करते हुये कहा है कि भाजपा सरकार की नीतियां और कार्य संविधान विरोधी और जनविरोधी है।

भाजपा सरकार सत्ता में आने के बाद से लगातार संविधान विरोधी काम व लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कार्य कर रही है।दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यक वर्ग का हक मारा जा रहा है।वही दूसरी तरफ भाजपा के सहयोगी दल भी भगवान के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करते नजर आते है।जिसके कारण हिंन्दुओं की आस्था को चोट पहुची है।देश मे चारो तरफ अफरा तरफी का माहौल है।देश की भाजपा सरकार अपना कार्य करने में असमर्थ  नजर आ रही है।इस लिये देश व संविधान की रक्षा संतों को अग्रणी होकर खड़ा होना होगा।पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर अय्यूब सर्जन  व प्रदेश अध्यक्ष संजय गुर्जर ने भारत और सविधान को बचाने का नारा दिया है।जो देश के संविधान और देश को बचाने के महत्वपूर्ण होगा।
हम सबकी जिम्मेवारी है कि जाति धर्म से ऊपर उठकर देश के हित में खड़े हो।  बीजेपी देश मे गलत लोगो बढ़ावा दे रही है।जब देश की व्यवस्था गलत हाथो में चली जायेगी तो देश मे कुछ बचेगा नही देश चौपट हो जायेगा। आम जनता को लोकतंत्र नव निर्माण के लिये एक होना बहुत जरूरी है। मेरी सभी सन्त समाज व आम जन से अपील है आपसी भेद भाव भुलाकर एक होकर 2022 में हमको एक लोकतांत्रिक सरकार का गठन करना बहुत ही जरूरी है।ताकि उत्तर प्रदेश एक खुशहाल प्रदेश बन सके।

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