धर्म स्थल पर किसी प्रकार का कोई नया विवाद उत्पन्न नहीं होना चाहिए-शिवकरन सिंह
Date posted: 24 नवंबर 2018
लखनऊ 24 नवम्बर। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव शिवकरन सिंह ने कल आयोध्या में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के सन्दर्भ में अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि धर्मनगरी अयोध्या में लाखों श्रद्वालु और राजनैतिक लोगों की उपस्थिति में कानून व्यवस्था एवं शान्ति व्यवस्था बनाये रखना राज्य सरकार का परम दायित्व है क्योंकि धर्म स्थल पर किसी प्रकार का कोई नया विवाद उत्पन्न नहीं होना चाहिए। अयोध्या में आयोजित होने वाली 14 कोसी परिक्रमा लाखों श्रद्वालुओं का केन्द्र होती है ऐसी स्थिति में यदि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था होती है तो श्रद्वालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचेगी। और संतों और महंतो के द्वारा आयोजित होने वाली धर्म संसद में भी अस्वाभाविक व्यवधान आयेगा जिससे उनकी आत्माओं को असंतोष होगा।
श्री सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र से पधारने वाले नेताओं को इस अवसर पर संयम से काम लेने की आवष्यकता रहेगी क्योंकि उन्होंने अपने भाषणों में सदैव उत्तर भारतीयों का अपमान ही किया है। हमारा देश विभिन्न धर्मो और संस्कृतियों का देष है यहां की गंगा जमुनी तहजीब सम्पूर्ण विष्व में विख्यात है।
राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि परिक्रमा में विषेष रूप से किसानों की भागीदारी सबसे अधिक रहती है इस परिक्रमा में व्यापारी वर्ग के साथ साथ लगभग सभी देषों के नागरिकों की उपस्थिति एवं श्रद्वा देखने को मिलती है। ऐसे अवसरों पर विवादित भाषण देने वालों को अपने भाषणों में परिवर्तन करना चाहिए जो लोग उत्तर भारतीयों को महाराष्ट्र में प्रवेष पर रोक लगाते हैं उनके यहां आने पर उत्तर भारत के लोग जाहिर है कि विरोध प्रदर्षित करेंगे।
यह जानकारी राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने दी।
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