स्वार्थ की खातिर किसानों को गुमराह करना बंद करे महागठबंधन: मंगल पांडेय

 पटना:  स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने महागठबंधन की मानव श्रृंखला पर तंज कसते हुए कहा है कि ‘मानव रहित’ मानव श्रृंखला अद्भुत ही नहीं, बल्कि अकल्पनीय रही। मानव श्रृंखला का आलम यह रहा कि मुख्य विपक्षी दल राजद मुख्यालय के बाहर ही सन्नाटा पसरा रहा। कमोवेश यही स्थिति पूरे राज्य के विभिन्न जिलांे और विभिन्न मार्गों की रही। राज्य की जनता और मेहनतकश किसानों ने महागठबंधन के सियासी ड्रामे को नकार कर यह बता दिया कि एनडीए की नीतियां उन्हें पसंद है और एनडीए के नेतृत्व में ही किसानों का आर्थिक विकास संभव है।
पांडेय ने कहा कि मानव के बिना श्रृंखला कैसी? जो लोग जनता की भावना को नहीं समझते, वह जनता का भला क्या करेंगे। इसलिए जनता ने भी महागठबंधन की एक नहीं सुनी और महागठबंधन का सियासी ड्रामा राज्य की धरती पर पूरी तरह से फ्लाॅफ साबित हुआ। श्री पांडेय ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष एनडीए सरकार की नकल कर सूबे में मानव श्रृंखला बना किसानों को भरमाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन नकल के लिए भी अक्ल की जरूरत होती है, जो महागठबंधन के किसी भी नेता के पास नहीं है। इसके पूर्व भी कई मामलों में नेता प्रतिपक्ष ने नकल कर लोगों को झांसे में रखने का प्रयास किया, लेकिन हर बार उन्हें जनता ने आईना दिखाने का काम किया है।

पांडेय ने नेता प्रतिपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि वे जनता की भावनाओं के साथ खेलना बंद करें, अन्यथा जिस तरह से यात्राएं और मानव श्रृंखला फेल हुआ, ठीक उसी प्रकार पढ़ाई में फेल अब वे राजनीति में भी फेल नजर आएंगे। इसलिए अभी भी वक्त है कि अपने स्वार्थ की खातिर राज्य की जनता और किसानों को गुमराह करना बंद करें, नहीं तो आने वाले समय में राज्य की जनता ऐसा सबक सिखायेगी कि क्रिकेट की तरह राजनीति से भी तौबा करना पड़ेगा।

Facebook Comments