लगातार बढ़ते प्रदूषण पर दिल्ली की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है केजरीवाल सरकार

नई दिल्ली:  दिल्ली में लगातार गिरती एयर क्वालिटी दिल्लीवासियों की उम्र घटा रही है। दिल्ली की जनता प्रतिदिन 60 सिगरेट पीने जैसी हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। हाल ही में इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (प्ब्डत्) के आंकलन के मुताबिक दिल्ली में सामान्य से 5 गुना ज्यादा वायु प्रदूषण के कारण दिल्ली के लोगों की उम्र में 18 महीने की कमी होने का अनुमान लगाया गया है। बृहस्पतिवार को भी एयर क्वालिटी ‘बेहद खराब’ की श्रेणी में बनी रही जबकि सात क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई। दिल्ली में सबसे ज्यादा पीएम 2.5 की मात्रा 209 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रिकॉर्ड की गयी है जो बेहद खतरनाक है।

आईसीएमआर की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि इस रिपोर्ट ने दिल्ली को शर्मसार कर दिया है। दिल्ली में लगातार जानलेवा प्रदुषण बढ़ रहा है और दिल्ली की जनता इस दम घोटू जानलेवा हवा में सांस लेने को मजबूर है। दिल्ली के सभी अस्पतालों में बढ़ते प्रदुषण के कारण अस्थमा और हृदयघात के मरीजों की संख्या में 30 प्रतिशत की बढ़ौत्तरी हुई है। दिल्ली का भयंकर जानलेवा प्रदूषण स्वांस के जरिये हमारे फेफड़ों और खून की नलिकाओं तक पहुँच कर हमारा जीवन सोख रहा है और हमारे दिमाग पर भी इसका असर पड़ रहा है।
श्री तिवारी ने कहा कि आईसीएमआर की यह रिपोर्ट मन को विचलित कर रही है, आज प्रदूषण बीमारियों का सबसे बड़ा कारण बन रहा है लेकिन इस सब के बावजूद दिल्ली सरकार इस समस्या के लिए बिलकुल गंभीर नहीं है। दिल्ली सरकार का प्रदूषण को नियंत्रित करने के प्रति रवैया हैरान करने वाला है। श्री तिवारी ने कहा कि दिल्ली सरकार की लापरवाही को देखते हुए कई बार एनजीटी द्वारा जुर्माना लगाया गया है। हाल ही में दिल्ली सरकार पर 25 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है जिसकी भरपाई अधिकारीयों और नेताओं के वेतन से की जाएगी।
श्री मनोज तिवारी ने कहा कि इस समय न तो पटाखे जल रहे हैं न किसान पराली जला रहे हैं फिर भी दिल्ली का प्रदूषण स्तर लगातार गिर रहा है। यह दर्शाता है कि दिल्ली सरकार प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कोई भी कदम नहीं उठा रही है। पिछले 4 वर्षों से दिल्ली का प्रदूषण जानलेवा होता चला गया और दिल्ली सरकार दूसरे राज्यों और किसानों पर आरोप लगाकर अपनी जिम्मेदारियों से भागती रही। जिसका खामियाजा आज दिल्ली की जनता भुगत रही है।
श्री तिवारी ने कहा कि सत्ता में आने से पूर्व केजरीवाल जी ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अनेकों वायदे किये थे, चाहे वो सड़कों की पीडब्ल्यूडी द्वारा मैकेनिकल सफाई हो, पानी का छिड़काव हो, वृक्षारोपण हो, निर्माण कार्य पर रोक हो, एयर पूरिफिएर लगवाने की बात हो, हर स्तर पर दिल्ली सरकार विफल रही है। आज दिल्ली में जो यह भयावह स्थिति उत्पन्न हुई है इसकी जिम्मेदार केजरीवाल सरकार की विफलताएं हैं। श्री मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली भाजपा केजरीवाल सरकार से यह मांग करती है कि प्रदूषण के गंभीर मुद्दे को प्राथमिकता से लेते हुए इसके लिए भी विशेष सत्र बुलाकर एयर क्वालिटी को सामान्य स्थिति पर लाने हेतु अतिशीघ्र यथोचित प्रयास किये जायें।
श्री तिवारी ने कहा कि प्रदूषण के मुद्दे पर राजनीति बिलकुल नहीं होनी चाहिए बल्कि प्रदूषण को नियंत्रित करने और दिल्लीवासियों को राहत देने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करना चाहिए। उन्होंने ने कहा केजरीवाल केवल झूठी राजनीति करने में व्यस्त है और बड़े दुर्भाग्य की बात है कि प्रदूषण जैसे गंभीर मुद्दे पर बिलकुल भी गंभीर नहीं है।

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