केजरीवाल सरकार की नई आबकारी नीति के खिलाफ भाजपा का जंतर-मंतर पर विशाल धरना

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता एवं नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी के नेतृत्व में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने आज से केजरीवाल सरकार की नई आबकारी नीति लागू होने के खिलाफ जंतर-मंतर पर विशाल धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए आदेश गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि केजरीवाल सरकार ने नई आबकारी नीति लागू करने के पक्ष में तर्क दिया कि वह दिल्ली के राजस्व में बढ़ोतरी के लिए ऐसा कर रही है, लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि राजस्व बढ़ाने के और भी तरीके हैं। बिहार और गुजरात में शराब बंदी के बावजूद उनके राजस्व अधिक हैं। जबकि खुद अरविंद केजरीवाल कई बार कह चुके हैं कि दिल्ली का बजट सरप्लस में है।

आदेश गुप्ता ने कहा कि एक हाथ में महात्मा गांधी की तस्वीर और दूसरे में तिरंगा लेकर दिल्ली की तस्वीर बदलने का वायदा करने वाले केजरीवाल आज दिल्ली में लोगों को शराब आसानी से सुलभ कैसे हो, इसकी व्यवस्था करने में लगे हुए हैं। इससे अधिक और क्या शर्म की बात हो सकती है कि केजरीवाल जिस महात्मा गांधी के बताए रास्ते पर चलने की बात करते थे, आज उनके ही सिद्धांतों का गला घोट रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को पता है कि हम तो शराब की दुकानें खोलकर राजस्व इकट्ठा करेंगे और अगर किसी भी तरह की घटना होती है या कोई कानून व्यवस्था का उल्लंघन होता है तो उसका आरोप दिल्ली पुलिस पर लगेगा जो केद्र सरकार के अंतर्गत आती है। दिल्ली के युवाओं को रोजगार मिले, इसकी चिंता करने के बजाए केजरीवाल सरकार अपना राजस्व बढ़ाने में जुटी हुई है और युवाओं को शराब की लत में झोंकने से भी परहेज नहीं कर रही है।
श्री गुप्ता ने कहा कि दूसरे प्रदेशों में जाकर बड़े-बड़े विज्ञापन देकर और विदेशों में जाकर अरविंद केजरीवाल ने बताया कि वे कैसे ‘हैपीनेस क्लास’ चला रहे हैं, लेकिन आज ज्यादा से ज्यादा शराब कैसे बिके, कैसे प्रदेश के हर कोने में शराब जाए और कैसे अधिक से अधिक कमाई हो, इस पर मंथन किया जा रहा है। भले ही लोगों तक साफ पीने का पानी ना पहुंचे, लेकिन महंगी से महंगी शराब लोगों तक जरुर पहुंचनी चाहिए, इस पर जोर दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी किसी ने नहीं सोचा था कि शराब की दुकानें कॉलोनियों के अंदर खुलेंगी। जिस जगह पर बच्चे, महिलाएं और युवा समान खरीदने जाते हां, वहां अगर शराब की दुकानें खुल रही हैं तो उस जगह का माहौल कैसा होगा आप खुद समझ सकते हैं। क्या इससे दिल्ली की महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस कर पाएंगी?
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि जब नई आबकारी नीति विधानसभा में पेश की गई तो दिल्ली के सभी भाजपा विधायकों ने इसका विरोध किया ताकि दिल्ली शराब की नगरी न बन सके। जिस पर केजरीवाल सरकार ने तर्क दिया कि इसके लागू होते ही हमारी आय 15000 करोड़ रुपये अतिरिक्त बढ़ जाएगी और दिल्ली के युवाओं-महिलाओं को ठेके पर आसानी से शराब सुलभ हो सकेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार का कहना था कि अब शराब की कीमत और ब्रांड लोग नहीं, बल्कि शराब बेचने वाले ठेकेदार तय करेंगे और वर्तमान में दिल्ली में शराब के 250 ठेके हैं वह बढ़कर 3000 हो जायेंगे। जिन नियमों के तहत ये शराब नीति लागू होनी थी, उसको ताख पर रखते हुए आज जहां मंदिर है, मस्जिद है, गुरुद्वारा है और विद्यालयों के आस-पास शराब के ठेके खोलने की तैयारी हो रही है।
श्री बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल सरकार जब सत्ता में आई थी तो उसने वादा किया था कि वह दिल्ली में नए विद्यालय, कॉलेज, अस्पताल खोलेंगे, नई सड़के-फ्लाईओवर बनवाएंगे, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगवाएंगे, लेकिन कुछ नहीं कर पाए। दिल्ली की परिवहन व्यवस्था ध्वस्त करने के बाद अब सरकार नई शराब नीति पूरी दिल्ली में लागू कर दी है, ताकि अपने राजस्व में बढ़ोतरी कर सके।
इस विरोध प्रदर्शन में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री विजेन्द्र गुप्ता, प्रदेश महामंत्री श्री कुलजीत सिंह चहल एवं श्री दिनेश प्रताप सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं कार्यक्रम  संचालक श्री जयवीर राणा, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा एवं श्री सुनील यादव, प्रदेश मीडिया प्रमुख श्री नवीन कुमार जिंदल, मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक श्री अभय वर्मा, विधायक श्री जितेन्द्र महाजन एवं श्री अजय महावर, महापौर श्री मुकेश सूर्यांन एवं सरदार राजा इकबाल सिंह, प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती योगिता सिंह, प्रदेश युवा मोर्चा अध्यक्ष श्री वासु रुखड़, प्रदेश अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र गोठवाल, प्रदेश किसान मोर्चा अध्यक्ष श्री विनोद सहरावत सहित प्रदेश प्रवक्ता, सभी जिलों के भाजपा अध्यक्ष एवं निगम पार्षद मौजूद थे।

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