उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने ‘‘बागवान मित्र’’ ऐप का शुभारम्भ किया

लखनऊ: प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री, सूर्य प्रताप शाही ने आज केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, रहमानखेड़ा द्वारा विकसित किये गये ‘‘बागवान मित्र’’ ऐप का शुभारम्भ किया। उन्होंने बताया कि यह ऐप आम के बागवानों को फसल की अच्छी देखरेख करने में सहायता करने के उद्देश्य से विकसित किया गया है। इस ऐप के माध्यम से ऐसे किसान जो मोबाइल पर लिख नहीं सकते हैं, वह भी आसानी से बोलकर अपनी समस्या अपलोड कर सकते हैं, जिसका निराकरण संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा ऐप पर एवं किसान के मोबाइल पर संदेश के माध्यम से उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस ऐप के माध्यम से किसानों को घर बैठे अपनी समस्या का समाधान प्राप्त होगा और उन्हें समस्या के निराकरण हेतु इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। इस अवसर पर केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान द्वारा संरक्षित आम की विभिन्न प्रजातियों, सब्जियों एवं आम के उत्पादों पर आधारित प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।

श्री शाही ने कहा कि 41 प्रतिशत आम का उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है। प्रदेश में 1,05,333 हेक्टेयर क्षेत्रफल में आम की खेती की जा रही है। उन्होंने बताया कि आम की 770 किस्में केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में संरक्षित की गयी हैं। हाईब्रिड आम का भी उत्पादन प्रदेश में किया जा रहा है। प्रदेश में फलों की बागवानी वृहद् स्तर पर की जा रही है। प्रदेश में 384.35 लाख मी0टन फलों एवं सब्जियों का उत्पादन हो रहा है। उन्होंने कहा कि बागवानी क्षेत्र में सबसे ज्यादा ग्रोथ है। उन्होंने बताया कि देश की जी0डी0पी0 में बागवानी का योगदान 11 प्रतिशत है, जिसे बढ़ाकर 24 प्रतिशत किये जाने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि मण्डी टैक्स समाप्त होने के उपरांत किसान के लिये पूरा देश बाजार हो गया है। किसान को एक ही स्थान पर अपना उत्पाद बेचने की कोई बाध्यता नहीं है।

कृषि मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा दिये गये आर्थिक पैकेज में सर्वाधिक बजट 21.70 लाख करोड़ रूपये कृषि क्षेत्र को प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि क्लस्टर एप्रोच में खेती/बागवानी को प्रोत्साहित किये जाने की आवश्यकता है। श्री शाही ने बताया कि 07 औद्यानिक फसलों को मौसम आधारित फसल बीमा योजना से आच्छादित किया गया है। प्रदेश में 22 एक्सीलेंस सेंटर की स्थापना की जा रही है, जो विभिन्न आयामों को दृष्टिगत रखते हुये ओडीओपी के आधार पर क्षेत्र की मांग के आधार पर उत्पाद तैयार करायेंगे। इसके साथ ही खेत से लेकर बाजार विकसित करने तक की समस्त व्यवस्था इन्हीं एक्सीलेंस संेटर द्वारा सुनिश्चित की जायेगी।

उद्यान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), श्रीराम चौहान ने कहा कि केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान द्वारा विकसित किया गया ‘‘बागवानी मित्र’’ ऐप आम बागवानों के लिये अत्यन्त महत्वपूर्ण कदम है। इस ऐप के माध्यम से किसान घर बैठे आम की खेती में आ रही समस्या का निराकरण प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि किसानों को फसल की फोटो और अपनी समस्या ऐप पर अंकित करनी होगी, जिसका निराकरण संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा।
इस अवसर पर निदेशक, केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, रहमानखेड़ा शैलेन्द्र राजन, निदेशक, राज्य कृषि प्रबन्ध एवं प्रशिक्षण संस्थान, रहमानखेड़ा विष्णु प्रताप सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।

Facebook Comments